उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग करने वाले दो आरोपियों को गाजियाबाद में मुठभेड़ में मार गिराया। यह मुठभेड़ बुधवार को गाजियाबाद के एक इलाके में हुई, जिसमें दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई।
रोहित गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़े थे आरोपी
मारे गए अपराधियों की पहचान रविंद्र उर्फ कल्लू (रोहतक निवासी) और अरुण (सोनीपत निवासी) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी रोहित गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़े हुए थे और उनके खिलाफ कई गंभीर अपराध दर्ज थे।
पुलिसकर्मी भी घायल
इस मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच और उत्तर प्रदेश STF के चार जवान घायल हो गए। घायलों में दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर रोहित, हेड कॉन्स्टेबल कैलाश और STF के जवान अंकुर व जय शामिल हैं।
फायरिंग और पुलिस की घेराबंदी
एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा के अनुसार, पुलिस और इंटेलिजेंस टीम कई दिनों से इन अपराधियों की तलाश कर रही थी। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सूचना के आधार पर पुलिस को यह जानकारी मिली कि ये अपराधी सोनीपत और रोहतक के रहने वाले हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को यह जानकारी मिली कि ये अपराधी फिर से बरेली की ओर जा सकते हैं। इसके बाद गाजियाबाद में इनकी घेराबंदी की गई। जैसे ही पुलिस ने इन्हें पकड़ने की कोशिश की, इन बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। STF ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों अपराधी घायल हुए और बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
घटनास्थल से मिली महत्वपूर्ण सामग्री
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक ग्लॉक पिस्टल, एक जिगाना पिस्टल, कई जिंदा कारतूस और एक सफेद रंग की अपाचे बाइक बरामद की। यह वही बाइक बताई जा रही है, जिसका इस्तेमाल फायरिंग के दौरान किया गया था।
हमले की वजह: कथावाचकों का अपमान
पुलिस के अनुसार, दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य और प्रेमानंद महारा द्वारा महिलाओं पर दिए गए विवादित बयानों का विरोध किया था। इसी कारण यह हमला किया गया। हालांकि, दिशा पाटनी के पिता ने स्पष्ट किया कि उनकी बेटी ने कभी प्रेमानंद महाराज का अपमान नहीं किया और उनका परिवार उन्हें सम्मान देता है।
हमलावर बाइक पर सवार होकर आए थे
दिशा पाटनी के पिता के अनुसार, हमलावर सफेद अपाचे बाइक पर सवार होकर आए थे। बाइक चला रहा व्यक्ति हेलमेट पहने था, जबकि पीछे बैठा युवक बिना हेलमेट के था और उसके पास माउजर था। हमला लगभग 3:30 बजे हुआ था, जिसमें बदमाशों ने दो गोलियां चलाईं और तुरंत ही वहां से फरार हो गए।
आपकी जानकारी के लिए, यह घटना एक गंभीर अपराध को उजागर करती है, जिसमें पुलिस ने अपनी त्वरित कार्रवाई से अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया।
