रांची: रांची पुलिस ने अपराधी प्रिंस खान गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी राकेश रंजन के निर्देश पर पुलिस टीम ने लगभग ₹40 लाख कीमत का 400 ग्राम सोना जब्त किया है। इसके अलावा गिरोह से जुड़े तीन आरोपियों — मो. मुर्शीद, नियाज अली और रोजी परवीन को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है।
प्रिंस खान, जो इस समय दुबई में है, रांची समेत कई जिलों के व्यापारियों से करोड़ों रुपये की रंगदारी मांग रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और इस संगठित गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को इनपुट मिला था कि हैदर अली उर्फ प्रिंस खान दुबई से फोन करके व्यापारियों को धमकी दे रहा है और उनसे मोटी रकम की मांग कर रहा है। इसी मामले में लालपुर थाना में एक केस दर्ज किया गया था।
सिम कार्ड का असली मालिक मोहम्मद मुर्शीद गिरफ्तार
जांच के दौरान रांची पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों का गहन विश्लेषण किया और उस सिम कार्ड के असली मालिक मोहम्मद मुर्शीद को गिरफ्तार किया गया, जिसका इस्तेमाल धमकी देने के लिए किया जा रहा था। पूछताछ में मुर्शीद ने बताया कि उसने यह सिम कार्ड नियाज अली उर्फ आदिल और रोजी परवीन के कहने पर प्रिंस खान के लिए खरीदा था।
इसके बाद पुलिस ने नियाज अली और रोजी परवीन को भी गिरफ्तार कर लिया।
रंगदारी के पैसों से खरीदा गया सोना, हवाला से भेजा गया दुबई
जांच के दौरान पुलिस के सामने एक बड़ा खुलासा हुआ कि प्रिंस खान ने रंगदारी से मिले पैसों से 400 ग्राम सोना खरीदा था। यह सोना रोजी परवीन ने मुथुट फाइनेंस बैंक में गिरवी रखकर ₹2 लाख का लोन लिया था। इसके बाद इस पैसे को हवाला के ज़रिए दुबई में प्रिंस खान को भेज दिया गया।
पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि दुबई में प्रिंस खान ने इसी पैसे से लॉन्ड्री का बिज़नेस शुरू किया है, जिसकी देखरेख रोजी परवीन के पति मोहम्मद सोहराब कर रहे हैं।
रांची पुलिस ने मुथुट फाइनेंस में गिरवी रखे गए पूरे 400 ग्राम सोने को भी विधिवत ज़ब्त कर लिया है।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित आपराधिक गिरोह है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर रांची में सक्रिय अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि इस मामले में आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
