झारखंड में अक्टूबर की शुरुआत भारी बारिश और मौसम विभाग की चेतावनियों के साथ हुई है। राज्य के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने 5 और 6 अक्टूबर को राज्य के विभिन्न जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
⛈️ बारिश का कहर और मौसम विभाग की चेतावनी
राज्य में 1 से 3 अक्टूबर के बीच 46 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य 11.7 मिमी से 34.3 मिमी अधिक है। जामताड़ा के करमाटांड में 73.2 मिमी वर्षा हुई, जबकि गढ़वा के भवनाथपुर में 185 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि झारखंड में बारिश का सिलसिला सामान्य से कहीं अधिक तीव्र है।
मौसम विभाग ने गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा और हजारीबाग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ संभावित खतरे की आशंका है। वहीं कोडरमा, गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा, धनबाद, बोकारो, रामगढ़, रांची और लोहरदगा जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जो संभावित हल्की से मध्यम बारिश और स्थानीय व्यवधानों की चेतावनी देता है।
🌧️ प्रभावित जिलों में हालात
5 अक्टूबर को गिरिडीह, धनबाद, जामताड़ा, देवघर, दुमका, पाकुड़ और गोड्डा जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं 6 अक्टूबर को गोड्डा, साहिबगंज, दुमका और पाकुड़ में भी तेज बारिश हो सकती है। इन जिलों में जलजमाव, बिजली आपूर्ति में बाधा, और यातायात में रुकावट जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
गढ़वा जिले के भवनाथपुर में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जिससे वहां की सड़कों पर पानी भर गया है और ग्रामीण इलाकों में आवागमन बाधित हुआ है। कई जगहों पर वज्रपात की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे जान-माल के नुकसान की आशंका बनी हुई है।
🚨 प्रशासन की तैयारी और अपील
राज्य प्रशासन ने सभी जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय रखने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ की टीमें संवेदनशील इलाकों में तैनात की जा रही हैं ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर न निकलें, बिजली के उपकरणों से सावधानी बरतें, और निचले इलाकों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। साथ ही, किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल को सुरक्षित रखने के उपाय करें, क्योंकि अत्यधिक वर्षा से खेतों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
झारखंड में 5 और 6 अक्टूबर को मौसम का मिजाज बेहद गंभीर बना हुआ है। ऑरेंज और येलो अलर्ट के बीच राज्य के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर सतर्कता बरतनी होगी ताकि किसी भी आपदा से बचा जा सके। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना और आवश्यक तैयारी करना इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
