केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने शनिवार को कहा कि स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के तहत देश भर में लगभग 18 लाख स्वास्थ्य शिविरों में 6.5 करोड़ महिलाओं की जांच की गई है। नड्डा ने अपनी एक्स पोस्ट में इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह अभियान मजबूत परिवारों और संपन्न समुदायों के लिए महिलाओं की सेहत को प्राथमिकता देने के राष्ट्र के सामूहिक संकल्प को उजागर करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी एक्स पोस्ट में सफलता के साथ अभियान के पूरा होने की सराहना की।
पीएम ने कहा, यह सराहनीय प्रयास है, उन सभी को बधाई जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम करके इसे इतना प्रभावशाली और हमारी नारी शक्ति के लिए लाभकारी बनाया है। यह जीवन को बेहतर बनाने के लिए जनभागीदारी का एक बेहतरीन उदाहरण है। वहीं, नड्डा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को यह अभियान शुरू किया था। दो हफ्ते तक चला स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान ने देश भर में लगभग 18 लाख स्वास्थ्य शिविरों से छह करोड़ 50 लाख महिलाओं की जांच की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के बाद दो अक्तूबर को संपन्न हुआ।
उन्होंने कहा, यह असाधारण उपलब्धि महिलाओं के सेहत को मजबूत परिवारों और समृद्ध समुदायों के केंद्र में रखने के राष्ट्र के सामूहिक संकल्प का प्रमाण है। नड्डा ने प्रत्येक महिला को खुद की सेहत को प्राथमिकता देने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और एक स्वस्थ, सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित करने वाली इस रफ्तार को जारी रखने का आह्वान किया।
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37 लाख से अधिक महिलाओं के स्तन कैंसर की भी हुई जांच
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अभियान के दौरान 1.78 करोड़ से अधिक नागरिकों की उच्च रक्तचाप और 1.72 करोड़ से ज्यादा लोगों की मधुमेह की जांच की गई। 37 लाख से अधिक महिलाओं की स्तन कैंसर और 19 लाख से अधिक महिलाओं की गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की जांच भी की गई। 69 लाख से अधिक लोगों को मुख कैंसर की जांच में शामिल किया गया। इसके अलावा 62.60 लाख से ज्यादा प्रसवपूर्व जांचें भी की गईं, जबकि 1.43 करोड़ से अधिक बच्चों को जीवन रक्षक टीके लगाए गए।
पोषण परामर्श सत्रों से 1.16 करोड़ से अधिक लोगों कवर
इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि 1.51 करोड़ से अधिक लोगों की एनीमिया, 85 लाख ज्यादा लोगों की तपेदिक और 10.23 लाख लोगों की सिकल सेल बीमारी की जांच की गई।
वहीं, पोषण परामर्श सत्रों से 1.16 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचा जा चुका है, जबकि टीबी के मरीजों की मदद के लिए 10.69 लाख निक्षय मित्र पंजीकृत किए गए हैं। मंत्रालय ने यह भी बताया कि 4.30 लाख से अधिक रक्तदाताओं का पंजीकरण किया जा चुका है और 10.69 लाख से अधिक आयुष्मान/पीएम-जेएवाई कार्ड जारी किए जा चुके हैं। एजेंसी
