Ranchi: रांची स्थित राज्य ग्रामीण विकास संस्थान (SIRD) में 13 अक्टूबर 2025 को ‘अबुआ आजीविका संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें झारखंड की ग्रामीण महिला उद्यमियों के साथ-साथ अन्य राज्यों से आईं महिला प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता झारखंड सरकार की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने की। आयोजन का उद्देश्य था—महिला उद्यमियों के अनुभवों को साझा करना, उनकी चुनौतियों को समझना और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना।
कार्यक्रम का आयोजन झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) और नाबार्ड के संयुक्त प्रयास से किया गया। इस अवसर पर ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के. श्रीनिवासन, JSLPS के सीईओ अनन्य मित्तल और नाबार्ड की CGM दीपमाला घोष भी उपस्थित रहीं।
👩💼 महिला उद्यमियों की भागीदारी:
कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों (SHGs) से जुड़ी सैकड़ों “दीदियों” ने हिस्सा लिया। इन महिलाओं ने अपने व्यवसाय, चुनौतियों और सफलता की कहानियाँ साझा कीं। मंत्री दीपिका सिंह ने इन महिलाओं की सराहना करते हुए कहा, “झारखंड की महिलाएं अब ‘लखपति दीदी’ से ‘करोड़पति दीदी’ बनने की ओर अग्रसर हैं।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी—चाहे वह बैंक लोन की सुविधा हो, आधुनिक मशीनों की उपलब्धता या बाज़ार तक पहुँच।
📈 विकास की नई दिशा:
दीपिका सिंह ने बताया कि JSLPS के माध्यम से राज्य में 30 लाख से अधिक महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ चुकी हैं। ये महिलाएं अब केवल घरेलू कार्यों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प, फूड प्रोसेसिंग और अन्य क्षेत्रों में भी सक्रिय रूप से उद्यम चला रही हैं।
💬 संवाद और समाधान:
कार्यक्रम के दौरान महिला उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने सीमित संसाधनों में भी अपने व्यवसाय को खड़ा किया। कुछ ने डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिए अपने उत्पादों को देशभर में पहुँचाया, तो कुछ ने स्थानीय बाज़ारों में अपनी पहचान बनाई। मंत्री ने इन अनुभवों को सुनकर कहा कि सरकार इन महिलाओं की ज़रूरतों को समझते हुए नीतियों में सुधार करेगी।
‘अबुआ आजीविका संवाद’ न केवल एक कार्यक्रम था, बल्कि यह झारखंड की महिलाओं के आत्मविश्वास, संघर्ष और सफलता की कहानी का मंच भी बना। यह पहल राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।
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