रांची, 21 नवंबर 2025: झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय (Jharkhand Raksha Shakti University – JRSU) के इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन दर्ज हो गया, जब विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह मोरहाबादी स्थित दीक्षांत मंडप में धूमधाम से आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने की। इस अवसर पर राज्यपाल ने मेधावी छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान करने के साथ-साथ 21 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।
झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना 2016 में हुई थी और यह देश का तीसरा तथा झारखंड का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है, जो पुलिस विज्ञान, आंतरिक सुरक्षा, साइबर सिक्योरिटी, फोरेंसिक साइंस और डिजास्टर मैनेजमेंट जैसे विशेष क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करता है। विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य युवाओं को सुरक्षा बलों और पुलिस सेवाओं के लिए तैयार करना है, ताकि वे राष्ट्र सेवा में योगदान दे सकें।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि आज के दौर में अपराध नियंत्रण को मजबूत बनाने के लिए विशेषज्ञता की जरूरत है। उन्होंने साइबर सिक्योरिटी, फोरेंसिक साइंस, क्राइम साइकोलॉजी, इंटेलिजेंस एनालिसिस और डिजास्टर मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता पर जोर दिया। राज्यपाल ने कहा, “झारखंड के युवाओं में पुलिस और सैन्य सेवाओं के प्रति गहरा आकर्षण है, लेकिन मार्गदर्शन की कमी के कारण वे सफल नहीं हो पाते। झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय जैसी संस्थाएं इस कमी को दूर कर रही हैं। यहां प्राप्त ज्ञान केवल डिग्री नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति कर्तव्य और समाज के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है।”
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार करें। उन्होंने विश्वविद्यालय की भूमिका को सराहते हुए कहा कि JRSU युवाओं को सही दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में ऐसे संस्थानों का योगदान अमूल्य है।
इस प्रथम दीक्षांत समारोह में विभिन्न कोर्सों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई। विशेष रूप से **21 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल** देकर सम्मानित किया गया, जो विभिन्न विषयों में टॉप करने वाले थे। इनमें साइबर सिक्योरिटी, पुलिस साइंस, इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी और फोरेंसिक साइंस जैसे कोर्स शामिल हैं। गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में लड़कियों की संख्या भी उल्लेखनीय रही, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक संकेत है।
समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति, फैकल्टी मेंबर्स, अभिभावक और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन पूर्ण गरिमा और उत्साह के साथ हुआ। विद्यार्थियों ने पारंपरिक परिधानों में भाग लेकर समारोह को और भी रंगीन बना दिया।
झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय का यह पहला दीक्षांत समारोह न केवल संस्थान के लिए मील का पत्थर है, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय को बधाई देते हुए कहा कि आने वाले समय में JRSU देश की प्रमुख सुरक्षा शिक्षा संस्थानों में शुमार होगा।
यह आयोजन झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में एक नया अध्याय जोड़ता है। यदि आप सुरक्षा क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
