Sanchar Saathi ऐप अब सभी नए स्मार्टफोन्स में अनिवार्य
भारत सरकार ने देश में साइबर सुरक्षा मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए सभी स्मार्टफोन निर्माताओं—जैसे Samsung, Xiaomi, Vivo, Oppo, OnePlus और Apple—को निर्देश दिया है कि वे अपने नए फोन में सरकारी साइबर सेफ्टी ऐप “Sanchar Saathi” को प्रीलोड करें। यह ऐप फोन में पहले से इंस्टॉल होगा और यूज़र इसे डिलीट नहीं कर पाएंगे।
📌 सरकार क्यों कर रही है यह बदलाव?
टेलीकॉम मंत्रालय के अनुसार, Sanchar Saathi ऐप का उद्देश्य मोबाइल फ्रॉड, फर्जी/डुप्लिकेट IMEI, साइबर अपराध, और चोरी-खोए फोन के दुरुपयोग को रोकना है।
इस ऐप के माध्यम से यूज़र:
संचार साथी ऐप के मुख्य फीचर
- चोरी या खोया हुआ फोन IMEI नंबर से पूरे देश में ब्लॉक करना
- फर्जी कॉल, मैसेज और साइबर फ्रॉड की तुरंत रिपोर्टिंग
- नकली मोबाइल कनेक्शन का पता लगाना
- अब तक 30 मिलियन से ज्यादा फर्जी कनेक्शन बंद हो चुके हैं
- 3.7 मिलियन से अधिक फोन ब्लॉक किए गए
- IMEI वेरिफाई कर सकते हैं
- साइबर फ्रॉड से जुड़े नंबर की शिकायत कर सकते हैं
सरकार का दावा है कि ऐप से लाखों मोबाइल फ्रॉड मामलों का समाधान हो चुका है।
⚠️ प्राइवेसी को लेकर उठे सवाल
सरकारी ऐप को फोन में अन-रिमूवेबल (हटाने योग्य नहीं) बनाना कई साइबर विशेषज्ञों और प्राइवेसी एक्टिविस्टों के बीच चिंता का विषय है। उनका कहना है कि:
- यूज़र की कंसेंट (संमती) खत्म हो जाती है
- यह यूज़र डेटा मॉनिटरिंग की आशंका बढ़ाता है
- भविष्य में और सरकारी ऐप्स को अनिवार्य करने का रास्ता खुल सकता है
विशेषज्ञों ने पारदर्शिता बढ़ाने और डेटा उपयोग नीतियों को स्पष्ट करने की मांग की है।
📱 स्मार्टफोन कंपनियों पर प्रभाव
कंपनियों को अब अपने सॉफ़्टवेयर बिल्ड में यह ऐप शामिल करना होगा।
जो फोन पहले से सप्लाई चेन में हैं, उनमें ऐप सॉफ़्टवेयर अपडेट के माध्यम से भेजा जाएगा।
कुछ ग्लोबल ब्रांड, खासकर Apple, पहले भी अनिवार्य सरकारी ऐप्स को प्रीलोड करने का विरोध कर चुके हैं, ऐसे में उद्योग में चर्चा तेज है कि आगे कंपनियाँ क्या रुख अपनाएँगी।
