48.72 करोड़ की लागत से शुरू होंगे आधुनिकीकरण के कार्य
मुख्यमंत्री के निर्देश पर नगर विकास विभाग ने निविदा प्रक्रिया शुरू की
रांची, 08 दिसम्बर। राजधानी रांची के तीन प्रमुख बस टर्मिनलों — आइटीआई बस स्टैंड, सरकारी बस डिपो और बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा — को अब राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। इसके लिए करीब 48.72 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने शहरीकरण की दिशा में यात्री सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इन टर्मिनलों के आधुनिकीकरण, नवीनीकरण और जीर्णोद्धार के निर्देश दिए हैं।
नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार के निर्देश पर तीनों परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभागीय प्रधान सचिव सुनील कुमार ने जुडको को जल्द टेंडर निष्पादन कर कार्य आरंभ करने का आदेश दिया है।
आइटीआई बस स्टैंड : अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा
करीब तीन एकड़ में तैयार किए जा रहे नए बस टर्मिनल में —
13 बस वे और 35 बसों की पार्किंग व्यवस्था
ग्राउंड फ्लोर व प्रथम तल मिलाकर 3200 से अधिक वर्गमीटर क्षेत्र
एसी प्रतीक्षालय, परिवहन कार्यालय, कैफेटेरिया, फूड कियोस्क
ड्राइवर कैंटीन, गार्ड रूम, ई-रिक्शा व कार पार्किंग
प्रथम तल पर रेस्टोरेंट, डॉर्मेट्री, गेस्ट रूम
परिसर में बेहतर हरियाली और लैंडस्केपिंग
यहां रोजाना करीब 416 बसों का परिचालन सुनिश्चित किया गया है।
सरकारी बस डिपो : 1960 के दशक के ढांचे का पुनर्निर्माण
साल 1962-70 के बीच बनाया गया सरकारी बस डिपो जर्जर स्थिति में है, जिसे अब 20.19 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक मानकों के अनुसार दुबारा तैयार किया जाएगा।
पुराने भवन का ध्वस्तीकरण, नया टर्मिनल भवन
8 बस वे, जिनसे रोज 512 बसों का परिचालन
आरामदायक प्रतीक्षालय, डॉर्मेट्री, गेस्ट रूम
परिवहन प्रबंधन दफ्तर, टिकट काउंटर, हेल्प डेस्क
कैफेटेरिया, रेस्टोरेंट, फूड कियोस्क और ऑटो-कार स्टैंड
बिरसा मुंडा बस टर्मिनल खादगढ़ा : ढांचे को मजबूत बनाते हुए उन्नयन
खादगढ़ा बस स्टैंड को 3.76 करोड़ रुपये की लागत से और अधिक सुविधाजनक बनाया जाएगा।
11.6 एकड़ परिसर में 31 बस वे
89 बसों व 70 कारों की पार्किंग
50 बेड डॉर्मेट्री, स्नानागार, गेस्टहाउस
स्मार्ट शेड, हाईमास्ट लाइट, CCTV
टेरेस वॉटरप्रूफिंग, नया प्लास्टर-पेंट, फर्नीचर
लैंडस्केपिंग और सौंदर्यीकरण
महिला सुरक्षा के लिए विशेष इंतज़ाम
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद रांची में सार्वजनिक परिवहन का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा और यात्रियों को सुरक्षा, स्वच्छता व आधुनिक सुविधाओं से युक्त मॉडल बस टर्मिनलों का लाभ मिलेगा।
