नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय ऐतिहासिक जॉर्डन यात्रा पूरी कर इथियोपिया के लिए रवाना हो गए। इस दौरान जॉर्डन के शाही परिवार ने उन्हें विशेष सम्मान दिया। हुसैनिया पैलेस में भव्य स्वागत से लेकर एयरपोर्ट पर रॉयल विदाई तक, यह यात्रा कई मायनों में यादगार रही।
जॉर्डन पहुंचने पर किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने प्रधानमंत्री मोदी का हुसैनिया पैलेस में गर्मजोशी से स्वागत किया। किंग अब्दुल्ला को पैगंबर मोहम्मद की 41वीं पीढ़ी का वंशज माना जाता है और उनका शाही परिवार पिछले 1400 वर्षों से जॉर्डन पर शासन करता आ रहा है।
क्राउन प्रिंस का खास सम्मान, खुद ड्राइव कर ले गए पीएम मोदी
इस यात्रा का सबसे खास पल तब देखने को मिला, जब जॉर्डन के क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय खुद प्रधानमंत्री मोदी को अपनी गाड़ी से ‘द जॉर्डन म्यूजियम’ तक लेकर पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने गेस्ट बुक पर हस्ताक्षर भी किए। इस अभूतपूर्व क्षण का 2 मिनट 10 सेकंड का वीडियो प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्राउन प्रिंस के कार्यों और दृष्टिकोण की खुलकर सराहना की। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि जॉर्डन की प्रगति के प्रति क्राउन प्रिंस का जुनून साफ दिखाई देता है। युवा विकास, खेल, अंतरिक्ष, नवाचार और दिव्यांगजनों के कल्याण जैसे क्षेत्रों में उनके प्रयास प्रेरणादायक हैं।
एयरपोर्ट तक छोड़ने पहुंचे क्राउन प्रिंस
शाही सम्मान की एक और मिसाल तब देखने को मिली, जब क्राउन प्रिंस अल हुसैन खुद प्रधानमंत्री मोदी को एयरपोर्ट तक छोड़ने पहुंचे और इथियोपिया के लिए रवाना होते समय उन्हें विदाई दी।
भारत-जॉर्डन के बीच 5 अहम समझौते
इस दौरे के दौरान भारत और जॉर्डन के बीच पांच महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इनमें शामिल हैं—
- संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग
- अक्षय और स्वच्छ ऊर्जा
- जल संसाधन प्रबंधन
- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर
- ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण
दोनों देशों ने डिजिटल गवर्नेंस, तकनीक आधारित सार्वजनिक सेवाओं और सतत विकास को लेकर साझेदारी मजबूत करने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरे को सफल बताते हुए कहा कि भारत-जॉर्डन संबंधों को नई ऊंचाई देने में यह यात्रा अहम साबित होगी।
