रांची।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने हजारीबाग में वन भूमि की अवैध जमाबंदी से जुड़े मामले में नेक्सजेन ऑटोमोबाइल्स के मालिक विनय कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। एसीबी की टीम ने रविवार सुबह रांची में विनय सिंह के घर, शोरूम सहित छह ठिकानों पर छापेमारी शुरू की।
इस कार्रवाई की पुष्टि एडीजी प्रिया दुबे ने की है।
गौरतलब है कि 25 सितंबर को विनय सिंह को एसीबी ने गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र रचते हुए हजारीबाग की गैर-मजरूआ खास और जंगल-झाड़ी श्रेणी की जमीन की अवैध जमाबंदी करवाई।
यह मामला वर्ष 2013 से जुड़ा है, जब डीसी कार्यालय हजारीबाग ने पांच प्लॉटों की अवैध जमाबंदी को रद्द कर दिया था। इस फैसले को राज्य सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भी सही ठहराया था।
इसके अलावा, हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के वन प्रमंडल पदाधिकारी ने दिसंबर 2012 में जारी पत्र संख्या 2612 में स्पष्ट किया था कि अधिसूचित वन भूमि पर किसी भी तरह का गैर-वानिकी कार्य भारतीय वन अधिनियम, 1927 और वन संरक्षण अधिनियम, 1980 का उल्लंघन है।
पत्र में सुप्रीम कोर्ट के गोदावरमन केस (12 दिसंबर 1996) के आदेश का भी हवाला दिया गया, जिसमें जंगल-झाड़ी भूमि पर गैर-वानिकी उपयोग के लिए भारत सरकार की पूर्व अनुमति को अनिवार्य बताया गया था।
