दुमका (झारखंड), 23 नवंबर 2025 – झारखंड के दुमका जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक ही परिवार के चार सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सुबह-सुबह खेत में पति का शव मिलने के बाद जब परिजन घर लौटे, तो वहां तीन महिलाओं के शव भी पड़े मिले। यह घटना जिले के रानेश्वर थाना क्षेत्र के एक ग्रामीण इलाके में घटी, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में जहर या अन्य संदिग्ध कारणों का शक है, लेकिन मौत का सटीक कारण विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
घटना की पूरी कालक्रम और डिटेल्स
– समय और जगह:** घटना शनिवार सुबह (23 नवंबर 2025) करीब 6 बजे के आसपास की बताई जा रही है। मृतक परिवार दुमका जिले के रानेश्वर प्रखंड के एक छोटे से गांव (नाम गोपनीय रखा गया है) में रहता था। परिवार मुख्य रूप से खेती-बाड़ी पर निर्भर था।
– मृतकों की पहचान:
– पति: रामेश्वर महतो (उम्र लगभग 45 वर्ष), जो परिवार का मुखिया था। उनका शव घर से सटे खेत में पड़ा मिला। शव के पास कोई बाहरी चोट या घाव के निशान नहीं दिखे, लेकिन मुंह से झाग निकलने और उल्टी के लक्षण प्रतीत हो रहे थे।
– पत्नी: सीता देवी (उम्र 42 वर्ष), शव घर के मुख्य कक्ष में मिला।
– दो अन्य महिलाएं:** परिवार की बहू राधा देवी (उम्र 28 वर्ष) और एक रिश्तेदार/सास शकुंतला देवी (उम्र 65 वर्ष)। ये तीनों शव घर के एक ही कमरे में पड़े थे, जहां दरवाजा अंदर से बंद था।
परिजनों के अनुसार, परिवार में कोई पुरानी बीमारी या विवाद की कोई जानकारी नहीं थी। रात को सबने सामान्य भोजन किया था, लेकिन सुबह कोई भी जागा ही नहीं।
– शव मिलने का क्रम:
– सबसे पहले रामेश्वर महतो का शव खेत में एक ग्रामीण ने देखा, जो सुबह खेती के लिए गया था। सूचना मिलते ही परिजन दौड़े, लेकिन घर पहुंचने पर दरवाजा बंद पाकर हैरान रह गए।
– दरवाजा तोड़ने पर अंदर तीन महिलाओं के शव बिस्तर पर पड़े मिले। कमरे में कोई संघर्ष के निशान नहीं थे, लेकिन खाने-पीने की चीजें बिखरी हुई थीं, जिससे जहर खाने का शक गहरा गया है।
– गांव वालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस की जांच और प्रारंभिक निष्कर्ष
– दुमका एसपी (पुलिस अधीक्षक) की अगुवाई में एक विशेष टीम मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने घर और खेत की छानबीन की, जहां से संदिग्ध नमूने (भोजन के अवशेष, पानी आदि) कलेक्ट किए गए।
– प्रारंभिक जांच में:
– जहर का शक:** सभी शवों के मुंह से झाग और उल्टी के लक्षण मिले, जो जहर सेवन की ओर इशारा करते हैं। क्या यह सुसाइड था या किसी ने जहर मिलाया, यह जांच का विषय है।
– कोई सुसाइड नोट नहीं:** कमरे में कोई पत्र या संदेश नहीं मिला।
– परिवारिक पृष्ठभूमि:** पड़ोसियों से पूछताछ में पता चला कि परिवार आर्थिक रूप से साधारण था, लेकिन कोई बड़ा विवाद नहीं था। हालांकि, खेत की जमीन को लेकर पुरानी रंजिश की बातें सामने आई हैं।
– पुलिस ने आसपास के 20-25 संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है। डॉग स्क्वाड की मदद से खेत और घर के आसपास सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
परिजनों और गांव वालों की प्रतिक्रिया
मृतक के भाई ने बताया, “भैया-भाभी सब ठीक थे। रात को तो हमसे भी बात की थी। सुबह ये सब कैसे हो गया, समझ नहीं आ रहा।” परिवार में अब केवल दो छोटे बच्चे बचे हैं, जिन्हें रिश्तेदारों के पास भेज दिया गया है।
-गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से त्वरित न्याय की मांग की है। स्थानीय विधायक ने भी घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की।
आगे की कार्रवाई
– चारों शवों का पोस्टमार्टम दुमका मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है। विसरा रिपोर्ट 3-4 दिनों में आएगी।
– पुलिस ने IPC की धारा 302 (हत्या) और 34 (साझा इरादा) के तहत केस दर्ज किया है। अगर सुसाइड साबित होता है, तो धाराएं बदल सकती हैं।
– जिला प्रशासन ने गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस फोर्स तैनात कर दी है।
यह घटना झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बढ़ रही संदिग्ध मौतों की कड़ी का हिस्सा लग रही है, जहां आर्थिक दबाव या पारिवारिक विवाद अक्सर ऐसी त्रासदियां पैदा करते हैं। पुलिस ने अपील की है कि कोई भी संदिग्ध जानकारी हो तो तुरंत शेयर करें।
