रांची, 2 दिसंबर 2025: झारखंड की राजधानी रांची में शादी की पूर्व संध्या पर दूल्हे की संदिग्ध आत्महत्या ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के किशोरगंज रोड नंबर 5 में रहने वाले नितेश पांडेय नामक युवक ने शनिवार रात फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बारात निकलने का समय नजदीक था, लेकिन पूर्व प्रेमिका के कथित मानसिक उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग की वजह से वह अवसाद में चला गया।
घटना के बाद मृतक के पिता ने पूर्व प्रेमिका और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें पुलिसकर्मियों की संलिप्तता का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में झारखंड के डीजीपी अनुराग महावर ने गंभीरता जताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है और सुखदेव नगर थाने से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
घटना का पूरा विवरण
नितेश पांडेय एक ट्रेन मैनेजर थे और उनकी शादी की तैयारियां जोरों पर चल रही थीं। परिजनों के अनुसार, शनिवार शाम को जब बारात निकलने की तैयारी हो रही थी, नितेश अचानक गायब हो गए। कुछ घंटों बाद उनका शव कमरे में फंदे से लटका मिला। मृतक के पिता ने बताया कि नितेश लंबे समय से अपनी पूर्व प्रेमिका के उत्पीड़न का शिकार थे। वह लगातार नितेश को ब्लैकमेल कर रही थी और शादी की खबर मिलने पर धमकियां देने लगी। पिता ने शिकायत में कहा कि पूर्व प्रेमिका ने नितेश को फोन पर धमकी दी कि अगर शादी हुई तो वह झूठे मामले में फंसा देगी।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नितेश ने पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन सुखदेव नगर थाने के कुछ पुलिसकर्मियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। आरोप है कि पुलिस ने पूर्व प्रेमिका के पक्ष को सुना और नितेश को ही धमकाया। इससे नितेश और ज्यादा तनाव में आ गए। परिजनों ने इसे संदिग्ध बताते हुए हत्या का भी शक जताया है।
डीजीपी की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही डीजीपी अनुराग महावर ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने सुखदेव नगर थाने के प्रभारी को फटकार लगाई और दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच और सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। डीजीपी ने कहा, “यदि पुलिस की लापरवाही या पक्षपात से किसी की जान गई है, तो दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने थाने से 48 घंटे के अंदर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें नितेश की शिकायत का रिकॉर्ड, पुलिस की कार्रवाई का विवरण और ब्लैकमेलिंग के आरोपों की जांच शामिल हो।
पुलिस ने पूर्व प्रेमिका और दो अन्य लोगों के खिलाफ IPC की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और 506 (धमकी) के तहत केस दर्ज किया है। जांच अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फोन और कॉल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है, जिसमें ब्लैकमेलिंग का सबूत मिल सकता है।
परिजनों का दर्द और सामाजिक चिंता
मृतक के परिवार वाले सदमे में हैं। पिता ने कहा, “हमारा बेटा खुश था, लेकिन उसकी पूर्व प्रेमिका ने उसे बर्बाद कर दिया। पुलिस ने भी साथ नहीं दिया।” यह घटना युवाओं में बढ़ते मानसिक तनाव और सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग की समस्या को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में पुलिस को तुरंत काउंसलिंग और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
झारखंड में हाल के दिनों में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं, खासकर रिश्तों और आर्थिक दबाव के कारण। सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन की घोषणा की है, लेकिन जमीनी स्तर पर अमल जरूरी है।
