नई दिल्ली, 30 सितंबर:
भारत सरकार की डिजिटल सुरक्षा और नागरिक हित में शुरू की गई ‘संचार साथी’ पहल के तहत अब तक 6 लाख से अधिक खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन रिकवर किए जा चुके हैं। यह जानकारी केंद्र सरकार ने मंगलवार को दी।
📱 क्या है ‘संचार साथी’ पहल?
‘संचार साथी’ एक नागरिक-केंद्रित डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसे मई 2023 में लॉन्च किया गया था। इसका मकसद मोबाइल चोरी या गुम हो जाने की स्थिति में तुरंत ब्लॉकिंग, ट्रैकिंग और रिकवरी की सुविधा देना है।
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प्लेटफॉर्म नागरिकों, टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं (TSP) और राज्य पुलिस के बीच रीयल-टाइम इंटीग्रेशन प्रदान करता है।
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इस पर रिपोर्ट किए गए मोबाइल डिवाइस को देशभर के नेटवर्क पर ब्लॉक कर दिया जाता है, जिससे किसी भी तरह के दुरुपयोग को रोका जा सके।
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चोरी या गुम मोबाइल जैसे ही किसी नई सिम के साथ इस्तेमाल किया जाता है, ऑटोमैटिक ट्रेसिंग और अलर्ट सिस्टम काम करने लगता है।
📈 रिकवरी में 61% की वृद्धि
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मोबाइल रिकवरी की दर में लगातार सुधार हुआ है:
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जनवरी 2025: 28,115 मोबाइल रिकवर
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अगस्त 2025: 45,243 मोबाइल रिकवर
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कुल वृद्धि: लगभग 61%
यह ट्रेंड डिजिटल गवर्नेंस में नागरिकों के विश्वास को और भी मजबूत बनाता है।
🔐 डिजिटल सुरक्षा में टेक्नोलॉजी की भूमिका
सरकार का मानना है कि यह उपलब्धि डिजिटल एसेट्स की सुरक्षा और साइबर क्राइम से लड़ाई में टेक्नोलॉजी की ताकत को दर्शाती है।
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जैसे ही चोरी/गुम मोबाइल का इस्तेमाल होता है, संबंधित नागरिक और पुलिस स्टेशन को SMS के ज़रिए अलर्ट भेजा जाता है।
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यूज़र को पुलिस स्टेशन का कॉन्टैक्ट भी SMS में दिया जाता है, ताकि वह आगे की कार्रवाई कर सके।
🌐 प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता
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19 करोड़+ वेबसाइट विजिट
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90 लाख+ मोबाइल ऐप डाउनलोड
‘डिजिटल बाय डिज़ाइन’ थीम पर आधारित यह प्लेटफॉर्म भारत का सबसे व्यापक मोबाइल सुरक्षा सिस्टम बन गया है।
🧾 निष्कर्ष (Conclusion):
‘संचार साथी’ की सफलता भारत के डिजिटल भविष्य की ओर एक मजबूत कदम है, जिसमें नागरिकों की सुरक्षा, पारदर्शिता और टेक्नोलॉजी के माध्यम से सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी गई है।
