नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी ने रविवार को सांसदों से भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि यह चुनाव किसी दल या निष्ठा का नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और लोकतंत्र की रक्षा का चुनाव है।
रेड्डी ने सांसदों से 12 मिनट लंबे अपने वीडियो संदेश में कहा कि इस चुनाव में कोई पार्टी व्हिप लागू नहीं है और मतदान पूरी तरह गुप्त है। ऐसे में सांसदों को चाहिए कि वे पार्टी लाइन के बजाय देश प्रेम और लोकतांत्रिक मूल्यों को आधार बनाकर वोट करें।
रेड्डी ने कहा –
“यह सिर्फ उपराष्ट्रपति चुनने का मतदान नहीं है, यह भारत की आत्मा और हमारी लोकतांत्रिक विरासत के लिए वोट है। आप मुझे चुनकर संसदीय परंपराओं की रक्षा करेंगे, बहस की गरिमा बहाल करेंगे और राज्यसभा को लोकतंत्र का असली मंदिर बनाए रखेंगे।”
रेड्डी की प्रमुख बातें:
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भारत का लोकतंत्र स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान पर खड़ा है, हमें इसे सुरक्षित रखना होगा।
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जब लोकतांत्रिक स्थान सिकुड़ रहा है और नागरिक अधिकार दबाव में हैं, ऐसे समय लोकतंत्र की आत्मा की रक्षा जरूरी है।
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उनकी उम्मीदवारी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने का सामूहिक प्रयास है।
चुनाव की स्थिति:
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होगा। इस बार सीधा मुकाबला राजग उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है।
दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं — राधाकृष्णन तमिलनाडु से और रेड्डी तेलंगाना से।
संख्या बल हालांकि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में है, लेकिन विपक्ष इसे एक वैचारिक लड़ाई के रूप में पेश कर रहा है।
