पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर इलेक्शन कमीशन की 16 सदस्यीय टीम दो दिनों से पटना में थी। अलग-अलग डिपार्टमेंट से जुड़े अफसरों के साथ मीटिंग की। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी सुझाव मांगे। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई सवालों को जवाब दिया। इसी दौरान पत्रकारों ने पूछा कि बिहार में कितने चरण में चुनाव कराए जाएंगे? इसके जवाब में चुनाव आयुक्त ने कहा कि आयोग इस पर जल्द ही निर्णय लेगा। उन्होंने इस मामले पर कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा। हालांकि, बिहार की ज्यादातर राजनीतिक दलों ने एक या दो फेज में चुनाव कराने की मांग की है।
राहुल गांधी के आरोपों पर CEC का जवाब
राहुल गांधी के आरोपों पर बिना नाम लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि चुनाव के बाद SIR कराया जाए, इसे चुनाव के बाद होना चाहिए, ये न्याय संगत नहीं है। जब हमारे BLO ने घर-घर जाकर फॉर्म भरवाए तो सभी राजनीति दलों, सभी बूथ लेवल एजेंट्स को अपने दावे और आपत्ति देने की पूर्ण स्वतंत्रता थी। ये कार्य 1 सितंबर को पूर्ण हुआ। इसके लिए अखबारों तक में विज्ञापन दिए गए।
इसमें न तो बहुत अधिक दावे आए और न आपत्तियां आईं। इसमें अगर कुछ आया भी तो नाम कटवाने के लिए क्योंकि इस बात की जागरुकता फैलाई जा चुकी थी कि अगर दो जगह नाम है तो एक ही जगह वोट करें। अभी भी समय है, अगर किसी भी पार्टी को लगता है कि कोई योग्य वोटर छूट गया है या लिस्ट में कोई अयोग्य मतदाता है तो अभी भी वो दावे या आपत्तियां दे सकते हैं। अभी समय बाकी है।
