अब लखनऊ के बुजुर्ग के साथ डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड, पांच दिन तक कैद में रखकर 1.18 करोड़ ठग
दिल्ली के बाद अब लखनऊ से एक बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर लूटने का मामला सामने आया है। जहां 79 साल के बुजुर्ग को साइबर ठगों ने पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय अधिकारी बनकर एक करोड़ 18 लाख 55 हजार रुपए की चपत लगा दी।
देश में लगातार डिजिटल अरेस्ट का मामला हर दिन बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के बाद अब लखनऊ से एक बुजुर्ग को लूटने का मामला सामने आया है। इंदिरा नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले 79 साल के हीरक भट्टाचार्य को साइबर ठगों ने पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारी बनकर एक करोड़ 18 लाख 55 हजार रुपए की चपत लगा दी।
पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि ठगों ने खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी विजय खन्ना और ईडी अधिकारी राहुल गुप्ता बताकर पीड़ित को वीडियो कॉल पर पांच दिन तक डिजिटल गिरफ्त में रखा और हर निर्देश का पालन करने के लिए दबाव बनाया। ठगों ने भट्टाचार्य को विश्वास दिलाया कि उनके नाम पर केनरा बैंक में फर्जी खाता खुला है, जिसमें ठगी की रकम आती है। इसके बहाने उनसे विभिन्न खातों में पहले 44 लाख रुपए और बाद में 74 लाख 55 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। पैसे लौटाने की मांग करने पर ठग टालमटोल करते रहे। आखिरकार जब रकम वापस नहीं हुई तो पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
इंस्पेक्टर ब्रजेश यादव ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पीड़ित द्वारा दिए गए मोबाइल नंबरों और खातों की पड़ताल की जा रही है। साइबर सेल की टीमें सक्रिय हैं और जल्द ही महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की उम्मीद है।
दिल्ली के बुजुर्ग से 23 करोड़ की ठगी
इससे पहले दिल्ली में एक रिटायर्ड बैंकर से 23 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया था। जहां साइबर ठगों ने मुंबई पुलिस अधिकारी बनकर एक महीने तक बुजुर्ग को घर में कैद रखा। फिर 22.92 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए। दरअसल साइबर ठगों ने बुजुर्ग को आधार कार्ड डिटेल टेरर फंडिग और पुलवामा आतंकी हमले में बैंक अकाउंट जुड़े होने के नाम पर डराया था। साथ ही कहा था कि किसी को बताने पर बहू बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
