भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यह अभियान न केवल भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन था, बल्कि यह दुनिया के लिए एक सबक भी है कि आतंकवाद और आक्रामकता के खिलाफ कैसे निर्णायक कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने अपने सभी रणनीतिक लक्ष्य पूरे किए और पाकिस्तान को युद्धविराम की मांग करने पर मजबूर कर दिया।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस अभियान में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के अंदर 200 किलोमीटर तक सटीक हमले किए। उन्होंने कहा, “हमने पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। इनमें चार रडार सिस्टम, दो कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, दो रनवे और तीन हैंगर शामिल थे। इसके अलावा, एक C-130 श्रेणी का विमान और पांच लड़ाकू विमान – जिनमें F-16 और JF-17 शामिल थे – नष्ट किए गए”।
वायुसेना प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की आम जनता को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे भारत की नैतिक और रणनीतिक सोच का परिचय मिलता है। उन्होंने कहा, “हमने यह सुनिश्चित किया कि कोई नागरिक हताहत न हो। यह हमारी सैन्य नीति का हिस्सा है कि हम केवल आतंक और सैन्य ढांचे को निशाना बनाएं”।
पाकिस्तान की तरफ से किए गए दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह ने कहा, “अगर वे सोचते हैं कि उन्होंने हमारे 15 विमान मार गिराए, तो उन्हें सोचने दीजिए। उनकी कहानियाँ ‘मनोहर कथाएं’ हैं। सच्चाई यह है कि हमने उन्हें उनकी जगहों की तस्वीरें दिखाई, लेकिन वे हमें एक भी प्रमाण नहीं दिखा सके”।
उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रतीक था और इसके लिए ‘रोडमैप 2047’ के तहत वायुसेना की क्षमताओं को और मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी तैयारी भविष्य की चुनौतियों के लिए है। ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि भारत किसी भी खतरे का जवाब देने में सक्षम है”।
अंत में, वायुसेना प्रमुख ने कहा कि यह ऑपरेशन दुनिया के लिए एक उदाहरण है कि आतंकवाद और आक्रामकता के खिलाफ कैसे निर्णायक और नैतिक कार्रवाई की जाती है। “दुनिया को भारत से सीखना चाहिए कि युद्ध को कैसे खत्म किया जाता है – सटीकता, संयम और संकल्प के साथ,” उन्होंने कहा।
