बीजिंग/ल्युब्लियाना:
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर 50% से 100% टैरिफ लगाने की धमकी के बाद चीन ने कड़ा पलटवार किया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने स्पष्ट किया कि चीन न तो युद्ध की योजना बनाता है और न ही उसका समर्थन करता है, बल्कि वह संवाद और शांति वार्ता के ज़रिए समाधान की वकालत करता है।
📌 ट्रंप की टिप्पणी से मचा हड़कंप
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि जब तक चीन रूसी तेल खरीद जारी रखेगा, उस पर उच्चतम सीमा तक टैरिफ लगाए जाने चाहिए। ट्रंप की इस टिप्पणी के जवाब में वांग यी ने यूरोपीय दौरे के दौरान प्रतिक्रिया दी।
🗣️ वांग यी का तीखा बयान
स्लोवेनिया की राजधानी ल्युब्लियाना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वांग यी ने कहा:
“युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते, और प्रतिबंध केवल उन्हें और जटिल बनाते हैं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि चीन हमेशा शांति, बहुपक्षवाद और संवाद आधारित समाधान का पक्षधर रहा है।
वांग यी स्लोवेनिया की उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री तान्जा फाजोन से मुलाकात के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।
चीन का स्टैंड: युद्ध से नहीं, शांति से समाधान
वांग यी ने कहा:
“चीन युद्ध में भाग नहीं लेता, न ही उसकी योजना बनाता है। हमारा लक्ष्य है बातचीत के माध्यम से राजनीतिक समाधान को बढ़ावा देना।”
उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर, बहुपक्षीय व्यवस्था और वैश्विक स्थिरता की रक्षा चीन की प्राथमिकता है।
🤝 यूरोप के साथ मजबूत संबंधों पर जोर
वांग यी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में चीन और यूरोप को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि मित्र बनना चाहिए।
उन्होंने कहा:
“हमें एक-दूसरे का सामना नहीं, सहयोग करना चाहिए। यह इतिहास और जनता के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी है।”
🛢️ पृष्ठभूमि: रूस-यूक्रेन युद्ध और टैरिफ की धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने यह धमकी रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में दी थी। उन्होंने कहा था कि जब तक चीन रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करता, तब तक उस पर 100% टैरिफ लगाया जाना चाहिए।
वांग यी की प्रतिक्रिया को चीन की रणनीतिक संतुलन नीति और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपने शांतिपूर्ण रुख की पुन: पुष्टि के रूप में देखा जा रहा है।
